सावधान! आपके टूथपेस्ट में छुपा है जहर? अमेरिकी रिपोर्ट में लेड और अन्य खतरनाक धातुओं का खुलासा (Toothpaste Safety in Hindi)
नई दिल्ली: रोजाना इस्तेमाल होने वाले आपके टूथपेस्ट को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अमेरिकी रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ‘लेड सेफ मम्मा’ (Lead Safe Mama) ने 51 विभिन्न टूथपेस्ट और टूथ पाउडर ब्रांडों के नमूनों की जांच के बाद एक चिंताजनक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत समेत दुनियाभर में बिकने वाले कई लोकप्रिय टूथपेस्ट ब्रांड में खतरनाक हैवी मेटल्स जैसे लेड (सीसा), आर्सेनिक और मरकरी (पारा) जैसे रसायन पाए गए हैं। ये भारी धातुएं स्वास्थ्य के लिए किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं हैं।

क्या आपके टूथपेस्ट में है जहर?
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि कहीं आपके टूथपेस्ट में भी जहर तो नहीं है? लेड सेफ मम्मा की जांच रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 90% टूथपेस्ट नमूनों में लेड की मात्रा पाई गई। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि इनमें से अधिकांश टूथपेस्ट में एक से अधिक प्रकार के हैवी मेटल्स मौजूद थे।
बच्चों के टूथपेस्ट और नेचुरल टूथपेस्ट भी खतरे में
हैरानी की बात यह है कि इस जांच में बच्चों के लिए बनाए गए टूथपेस्ट और ‘ग्रीन’ यानी प्राकृतिक टूथपेस्ट ब्रांड भी शामिल थे, जिनमें इन खतरनाक धातुओं की मौजूदगी पाई गई।
टूथपेस्ट के हैवी मेटल्स: सेहत के लिए गंभीर खतरा
लेड सेफ मम्मा की रिपोर्ट स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि टूथपेस्ट में पाए जाने वाले ये हैवी मेटल्स स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, लेड एक जहरीली धातु है जिसका उपयोग आमतौर पर पेंट, बैटरी, कॉस्मेटिक, खिलौने और निर्माण सामग्री में किया जाता है। लेड के संपर्क में आने से बच्चों का आईक्यू स्तर चार से पांच अंक तक कम हो सकता है। इसके अतिरिक्त, लेड हड्डियों, दांतों, किडनी, लिवर और हृदय पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
टूथपेस्ट में लेड मिलना चिंताजनक
टूथपेस्ट जैसे रोजमर्रा के उत्पाद में लेड जैसे भारी धातुओं का पाया जाना एक गंभीर चिंता का विषय है। उपभोक्ताओं को अब अपने टूथपेस्ट का चुनाव करते समय अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह रिपोर्ट उन निर्माताओं के लिए भी एक कड़ी चेतावनी है जो अपने उत्पादों में इस प्रकार के हानिकारक तत्वों का उपयोग कर रहे हैं। स्वास्थ्य एजेंसियों और नियामक निकायों को इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।