NEET PG Counselling 2025 काउंसलिंग शुरू होने का इंतज़ार अब और लंबा हो रहा है। छात्रों के मन में सवाल है कि क्या अक्टूबर के मध्य (Mid-October) तक काउंसलिंग शुरू हो पाएगी या नहीं। इस वीडियो/आर्टिकल में, हम राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) के लेटेस्ट नोटिस के आधार पर काउंसलिंग की संभावित तिथियों और देरी के असली कारण पर बात करेंगे।
📅 NEET PG Counselling 2025 में देरी का मुख्य कारण NMC की नई मांग

काउंसलिंग में देरी का कारण कोर्ट केस या पेपर पारदर्शिता नहीं है, जैसा कि अक्सर माना जाता है। देरी का मुख्य कारण यह है कि नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) अभी भी विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों से एडमिशन डिटेल्स और सीट मैट्रिक्स का डेटा इकट्ठा कर रहा है।
- कॉलेजों को निर्देश: NMC ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर सभी मेडिकल कॉलेजों और पोस्ट ग्रेजुएट संस्थानों को उनके यहां हुए सुपर स्पेशलिटी 2024 के एडमिशन से संबंधित जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर जमा करने का निर्देश दिया था।
- डेडलाइन बढ़ी: इस जानकारी को अपलोड करने की अंतिम तिथि, जिसे पहले भी बढ़ाया गया था, अब 15 अक्टूबर 2025 कर दी गई है।
- सीट मैट्रिक्स का आधार: जब तक सभी संस्थान (राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और यूनिवर्सिटीज़) यह डेटा NMC को नहीं भेज देते, मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) सही सीट मैट्रिक्स जारी नहीं कर पाएगी, जिसके बिना PG काउंसलिंग शुरू करना संभव नहीं है।
अतः, यह स्पष्ट है कि आपकी NEET PG 2024 काउंसलिंग की घोषणा 15 अक्टूबर 2025 के बाद ही होने की संभावना है, जब कॉलेज अपना सारा डेटा जमा कर देंगे।
💡 लेटेस्ट NMC/MCC अपडेट्स
- इंट्रा MCC लॉगिन पोर्टल: NMC ने पाया था कि कई राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और विश्वविद्यालय अपने डेटा को अपडेट करने के लिए MCC पोर्टल पर लॉगिन नहीं कर पा रहे थे। इसके समाधान के लिए इंट्रा MCC लॉगिन लिंक जारी किया गया ताकि वे आसानी से अपनी जानकारी जमा कर सकें।
- ईमेल सुविधा: अगर कॉलेज लॉगिन करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो NMC ने एक ईमेल आईडी भी प्रदान की है ताकि वे सीधे ईमेल के माध्यम से एडमिशन की डिटेल्स भेज सकें।
- नए कॉलेज और सीटें: नए मेडिकल कॉलेजों का मूल्यांकन (Assessment) लगभग पूरा होने वाला है। उम्मीद है कि इस साल सीटों की संख्या में अच्छी-खासी वृद्धि होगी, जिसका सीधा फायदा छात्रों को मिलेगा।
❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. NEET PG 2024 काउंसलिंग कब शुरू हो सकती है?
A: NMC ने कॉलेजों को डेटा जमा करने के लिए 15 अक्टूबर 2025 तक का समय दिया है। इसलिए, 15 अक्टूबर 2025 के बाद ही MCC द्वारा काउंसलिंग का आधिकारिक शेड्यूल जारी होने की प्रबल संभावना है।
Q2. काउंसलिंग में देरी का मुख्य कारण क्या है?
A: देरी का मुख्य कारण कॉलेजों द्वारा NEET PG और सुपर स्पेशलिटी एडमिशन की डिटेल्स NMC/MCC पोर्टल पर जमा करने में हो रही देरी है, जिसके कारण सीट मैट्रिक्स तैयार नहीं हो पा रहा है।
Q3. कम स्कोर पर क्लिनिकल ब्रांच कैसे मिल सकती है?
A: कम स्कोर वाले छात्र कम बजट में क्लिनिकल ब्रांच हासिल करने के लिए AS NEET से संपर्क कर सकते हैं। सही कॉलेज, राज्य और नेगोशिएशन की संभावनाओं के लिए आप हमारे मुंबई (वाशी) या जयपुर स्थित हेड ऑफिस में भी विजिट कर सकते हैं।
Q4. क्या NEET PG काउंसलिंग में देरी का कारण कोर्ट में लंबित मामला (Court Case) है?
A: आधिकारिक नोटिसों के अनुसार, नहीं। काउंसलिंग में देरी का मुख्य कारण कॉलेजों द्वारा एडमिशन और सीट मैट्रिक्स से संबंधित डेटा को NMC के पोर्टल पर समय पर जमा न करना है। कोर्ट के मामलों का प्रभाव हो सकता है, लेकिन सीट मैट्रिक्स की तैयारी प्राथमिक और तात्कालिक बाधा है।
Q5. अगर कॉलेज 15 अक्टूबर तक डेटा जमा नहीं करते हैं, तो क्या काउंसलिंग की डेट और आगे बढ़ जाएगी?
A: यदि बड़ी संख्या में कॉलेज 15 अक्टूबर 2025 की विस्तारित समय सीमा तक अपना डेटा जमा नहीं कर पाते हैं, तो MCC/NMC को सीट मैट्रिक्स तैयार करने में और समय लगेगा, जिससे काउंसलिंग शेड्यूल और आगे बढ़ सकता है। हालांकि, NMC/MCC पूरी कोशिश कर रहे हैं कि यह प्रक्रिया जल्द पूरी हो।
Q6. क्या इस साल PG सीटों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है?
A: हाँ। NMC लगातार नए मेडिकल कॉलेजों का मूल्यांकन कर रहा है। संभावना है कि नए मेडिकल कॉलेजों के जुड़ने और मौजूदा कॉलेजों में सीटों के आकलन के बाद इस साल PG सीटों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि होगी, जिससे कट-ऑफ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
Q7. NRI कोटा के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया क्या है?
A: NRI कोटा के तहत एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए डॉक्यूमेंट्स का सत्यापन (Verification) बहुत महत्वपूर्ण है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने NRI स्टेटस से संबंधित सभी कानूनी कागजात की प्रमाणिकता सुनिश्चित करें, क्योंकि नीट यूजी में भी वैध दस्तावेजों के बावजूद रिजेक्शन के मामले सामने आए हैं। इसके लिए आप विशेषज्ञों से पेड डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन सर्विस ले सकते हैं।
Q8. कम स्कोर वाले उम्मीदवारों को क्लिनिकल ब्रांच के लिए क्या रणनीति अपनानी चाहिए?
A: कम स्कोर वाले उम्मीदवारों को अपनी काउंसलिंग रणनीति पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें उन राज्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए जहाँ निजी कॉलेजों की फीस कम है, या जहाँ उनके स्कोर पर क्लिनिकल ब्रांच मिलने की ऐतिहासिक संभावना अधिक रही है। इसके लिए सही काउंसलिंग गाइडेंस लेना और बजट के अनुसार कॉलेज चुनना महत्वपूर्ण है।
🔗 महत्वपूर्ण लिंक्स
- NMC की आधिकारिक वेबसाइट: https://www.nmc.org.in/
- MCC की आधिकारिक वेबसाइट: https://mcc.nic.in/
- हमारी सेवाओं के लिए संपर्क करें: [https://bharatkhabarlive.com/]

