EPFO ने 1 अगस्त, 2025 से एक बड़ा बदलाव लागू किया है, जिसका सीधा असर सभी कर्मचारियों और एंप्लॉयर्स पर पड़ रहा है। अब नए कर्मचारियों को अपना UAN (Universal Account Number) खुद ही जनरेट करना होगा। एंप्लॉयर पोर्टल पर UAN जनरेट करने का पुराना तरीका अब काम नहीं करेगा। आइए, इस नई अपडेट, इसके पीछे की वजह और इससे होने वाली संभावित चुनौतियों पर विस्तार से बात करते हैं।

EPFO की क्या है नई अपडेट?
1 अगस्त, 2025 से EPFO ने एक नया नियम लागू किया है। इसके तहत, भारतीय कर्मचारियों के लिए अब एंप्लॉयर्स सीधे पोर्टल से UAN जनरेट नहीं कर पाएंगे। जब एंप्लॉयर पोर्टल पर नए कर्मचारी को जोड़ने की कोशिश की जा रही है, तो एक एरर मैसेज दिख रहा है, जिसमें कहा गया है कि UAN जनरेशन अब Umang app के माध्यम से आधार फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication) के जरिए ही होगा।
यह नियम केवल भारतीय कर्मचारियों पर लागू होता है। इंटरनेशनल वर्कर्स और नेपाल-भूटान के नागरिकों के लिए पुराना तरीका अभी भी चालू रहेगा।
सर्कुलर का विवरण: EPFO ने 30 जुलाई, 2025 को एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें इस बदलाव की जानकारी दी गई थी। सर्कुलर में बताया गया है कि UAN allotment and activation का पूरा प्रोसेस अब Umang app पर Face Authentication Technology (FAT)के जरिए होगा।
इस अपडेट के पीछे का क्या कारण है?
जानकारों का मानना है कि इस कदम के पीछे सरकार का एक बड़ा मकसद है: धोखाधड़ी रोकना। पिछले कुछ समय से PM VBRY (प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना) जैसी योजनाओं के तहत मिलने वाले बेनिफिट्स का गलत इस्तेमाल होने की खबरें आ रही थीं। एंप्लॉयर्स कई बार फर्जी कर्मचारियों को दिखाकर सरकारी योजनाओं का फायदा उठा लेते थे, जिससे वास्तविक हकदारों को उनका लाभ नहीं मिल पाता था।
फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए EPFO यह सुनिश्चित करना चाहता है कि हर PF अकाउंट एक वास्तविक व्यक्ति का हो। इससे फेक अकाउंट्स पर रोक लगेगी और योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुँचेगा।
संभावित चुनौतियाँ और समस्याएं
यह अपडेट बेशक धोखाधड़ी रोकने में कारगर है, लेकिन इससे कुछ नई और बड़ी चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं।
- ब्लू कॉलर वर्कर्स के लिए मुश्किल: यह नियम उन ब्लू कॉलर वर्कर्स (मजदूर, सिक्योरिटी गार्ड्स, फैक्ट्री कर्मचारी) के लिए एक बड़ी परेशानी बन सकता है, जो स्मार्टफोन चलाने में इतने सहज नहीं होते। उनके लिए उमंग ऐप डाउनलोड करना, फेस ऑथेंटिकेशन करना और UAN जनरेट करना एक मुश्किल काम हो सकता है।
- एंप्लॉयर्स के लिए प्रक्रिया का लंबा होना: जहाँ पहले एंप्लॉयर्स कुछ ही मिनटों में UAN जनरेट कर देते थे, अब उन्हें कर्मचारियों को यह पूरी प्रक्रिया समझाकर खुद करवाने के लिए कहना होगा। इससे onboarding प्रक्रिया में देरी हो सकती है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह अपडेट, जिसका उद्देश्य अच्छा है, जमीनी स्तर पर बड़ी दिक्कतें पैदा कर सकती है। हो सकता है कि भविष्य में इस नियम में बदलाव किया जाए ताकि सभी कर्मचारियों के लिए यह प्रक्रिया आसान हो सके।
UAN जनरेट करने के लिए ज़रूरी ऐप्स
UAN जनरेट करने के लिए आपके पास दो ऐप्स का होना ज़रूरी है:
- उमंग ऐप (UMANG App): यह सरकारी सेवाओं के लिए एक एकीकृत ऐप है।
- आधार फेस रीड ऐप (Aadhaar Face RD App): यह ऐप आपके चेहरे को स्कैन करके आपकी पहचान प्रमाणित करता है।
आपको ये दोनों ऐप्स Google Play Store से डाउनलोड और इंस्टॉल करने होंगे।
स्टेप-बाय-स्टेप UAN जनरेशन की प्रक्रिया
- उमंग ऐप खोलें: अपने मोबाइल पर UMANG ऐप खोलें और सर्च बार में “EPFO” टाइप करें।
- EPFO सेवा चुनें: EPFO के लोगो पर क्लिक करने के बाद, आपको कई विकल्प मिलेंगे। नीचे स्क्रॉल करें और “UAN Allotment & Activation” विकल्प पर टैप करें।
- आधार और मोबाइल नंबर दर्ज करें: अब आपको अपना आधार नंबर और आधार से लिंक किया गया मोबाइल नंबर डालना होगा।
- OTP और फेस ऑथेंटिकेशन: इसके बाद, ‘Send OTP’ पर क्लिक करें। अगर आपका पहले से कोई UAN नंबर नहीं है, तो ऐप आपको आधार फेस रीड ऐप के माध्यम से अपने चेहरे को स्कैन करने के लिए कहेगा।
- चेहरा स्कैन करें: ऐप के निर्देशों का पालन करते हुए, सही रोशनी में अपने चेहरे को स्कैन करें। चेहरे का सफल ऑथेंटिकेशन होने के बाद, आपका UAN नंबर जनरेट हो जाएगा।
जिन लोगों का UAN पहले से बना हुआ है, उन्हें ऐप सीधे बता देगा कि आपका आधार पहले से ही UAN से जुड़ा हुआ है। ऐसे में, आप EPFO पोर्टल पर जाकर ‘Know Your UAN’ विकल्प से अपना नंबर पता कर सकते हैं।
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