Bihar Board 12th Result 2025 : दुकान चलाने वाले की बेटी Antara Khushi बनी टॉपर
Bihar Board 12th 2025 के रिजल्ट में पूरे प्रदेश भर में कॉमर्स संकाई में अंतरा खुशी दूसरी रैंक प्राप्त की है अंतरा खुशी ने कुल 500 में से 473 नंबर हासिल किए हैं दूसरी रैंक लाने पर उनका कहना है कि सिर्फ दो ही नंबर से वह प्रदेश भर की टॉपर बनने से रह गई हालांकि वह दूसरी रैंक लाने पर भी खुश है वो बिहार के औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड के पवई गांव की रहने वाली हैं उनके पिता मनोज कुमार मिश्रा पतंजलि की दुकान चलाते हैं अंतरा खुशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और टीचर्स को दिया है।
आन्तरा ख़ुशी ने क्या कहा
मेरे टीचर्स को मेरे मम्मी पापा को मैं श्रेय देना चाहूंगी कैसी तैयारी कैसे आप कितना दिन से लगे हुए थे इसमें पूरे एक साल से हम लोग 11थ का तैयारी स्टार्ट 11थ क्लास खत्म हुआ तो 12थ में यहां कोचिंग स्टार्ट हुआ सर् पहले से ही मोटिवेट करते रहते थे तुम कुछ करोगी ऐसा फिर टेस्ट सीरीज यहां का बहुत ज्यादा डिसिप्लिन मैनर में हुआ पांच-पांच टेस्ट सीरीज हुआ जिससे कि आधा कॉन्फिडेंस आ गया.
ऑनलाइन हम हिंदी और इंग्लिश का तैयारी करते थे यहां पे कॉमर्स पेपर का ओके इंग्लिश अकेडमी करके एक ऐप है वहां से हम तैयारी किए हिंदी और इंग्लिश का इसका श्रेय किसको देना चाहते हैं आप इसका टोटल श्रेय मेरे ममी पापा और टीचर्स को जाता है वही सपोर्ट किए हैं आप कितना देर मेहनत करते हैं रेगुलर बेसिस प सिक्स टू एट आवर्स करते थे और ऐसे लास्ट का टू मंथ्स में 10 टू 12 आवर्स भी हो जाता था टोटली डिपेंड डिपेंड करता है आप आप कितना दिन पढ़ सकते हो ऐसा कोई लिमिटेशन नहीं है कि आप इतना ही देर पढ़ोगे तो आप टॉप कर सकते हो
गांव या शहर से कुछ भी नहीं होता है आपके मन में अगर जुनून है आप हार्ड वर्क कर सकते हैं तो आप जरूर सफल होंगे गांव और शहर में कोई ज्यादा खास अंतर नहीं है मेरा बिहार इंटरमीडिएट एग्जाम में सेकंड रैंक आया है 473 मार्क्स है 94.6 कहां के रहने वाले हो पवई गांव औरंगाबाद के रहने वाले और कहां रह के पढ़ाई करते हम पवई में यहां पे हरि ओम कॉमर्स में रहकर यहां पे सफलता का श्रे पीछे देना चाहोगे सफलता का श्रेय मेरे टीचर्स को मेरे मम्मी पापा को सबसे ज्यादा पढ़ाई के दौरान कोई वैसी परेशानी आई कभी नहीं कभी भी अगर कोई क्वेश्चन में डाउट होता था तो यहां पे मेंटर्स है रानी जी हैं सत्यम सर हैं सर हैं सबसे ऐसे भी फोन प भी बात होते रहता था 24 घंटा वो लोग रेडी रहते थे डाउट सॉल्व करने के लिए परीक्षा में सफल होने के लिए कोई एक मंत्र कोई एक हार्ड वर्क हार्ड वर्क ही सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है अगर आप हार्ड वर्क करते हो दिन रात एक करके पढ़ते हो तो जरूर आप सक्सेसफुल होगे पढ़ाई को घंटों में बांधना उचित है या नहीं कितने घंटे पढ़ाई करथ ऐसा कोई स्पेसिफिक नहीं लेकिन हा छ से आ घंटे रेगुलर बेसिस पर और लास्ट के दो मंथ्स में 10 टू 12 आवर्स हो जाता। भविष्य में आई ऑफिसर या फिर कोई भी ऑफिसर रैंक का तैयारी करना चाहेंगे गवर्नमेंट एग्जाम्स का तैयारी करना चाहेंगे
पिता क्या करते है
मेरे पापा एक बिजनेसमैन है किस तरह का वसाय पतंजलि और जनरल आइटम्स का सुंदरगंज में दुकान है वहीं बेटी अंतरा खुशी की सफलता पर पिता मनोज कुमार मिश्रा बहुत खुश है उन्होंने बेटी की सराहना की है कहना चाहेंगे कि मेरी बेटी की तरह और बेटियां भी आगे बढ़े यह तो मेरे लिए बहुत गर्व का बात है जो आज इसने किया है उम्मीद ऐसे था इससे मेरा कि यह कुछ अच्छा करेगी और उस परे आज खरा उतरी भी आपको कै मिला उस समय क्या आपको लग रहा था जब फोन आया बे इतना अच्छा काम कैसा लगा हम उस समय जो रिजल्ट का जो अति खुल रहा था वहीं पर बैठे हुए थे तो उसमें देख ही रहे थे इतना में मेरी एक साला है वह हमको फोन किए कि वैसे उसको बबली बोलते हैं अंतरा को बबली ने सेकंड स्थान लाया है तो हालाकि उस समय मेरा जो लैपटॉप में नहीं खुल रहा था बाद में खुला हम बिजनेसमैन है और इनका पढ़ाई लिखाई कैसे पढ़ाई लिखाई उसी से करते थे जो इनकम था हम सारा इन्वेस्ट करते थे पढ़ाई प ही और ऐसे साधन जो भी है।