हाल ही में हुए एक पॉडकास्ट में वैभव सिसिंटी, जो The Growth School के संस्थापक हैं, ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के तेजी से बदलते परिदृश्य और इसके रोजगार तथा व्यापार पर पड़ने वाले प्रभावों पर गहन चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे AI न केवल नौकरियों को बदल रहा है, बल्कि व्यक्तियों और छोटे व्यवसायों के लिए भी असीमित अवसर पैदा कर रहा है।

AI: अब सिर्फ “कड़ी निंदा” नहीं, “करारा जवाब” है!
पहले की तरह, जब हम किसी आतंकी हमले या आपदा की “कड़ी निंदा” करते थे, आज AI ने हमें उन चुनौतियों का “करारा जवाब” देने की क्षमता दी है। जिस तरह भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादियों और उनके आकाओं को उनके ठिकानों पर जाकर धूल चटाई, उसी तरह AI भी उन पारंपरिक कार्यप्रणालियों को ध्वस्त कर रहा है जिनकी हमें अब आवश्यकता नहीं है। यह सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि हमारे आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की विजयगाथा है।
नौकरियों का बदलता स्वरूप: “एआई जनरलिस्ट” की आवश्यकता
वैभव सिसिंटी के अनुसार, भविष्य में “विशेषज्ञ” (Specialist) की बजाय “एआई जनरलिस्ट” (AI Generalist) की अधिक मांग होगी। एक एआई जनरलिस्ट वह व्यक्ति होगा जो AI का उपयोग करके किसी भी समस्या को हल कर सके, चाहे वह मार्केटिंग, उत्पाद विकास, या यहां तक कि कोडिंग से संबंधित हो। उनका मानना है कि आने वाले समय में 80% भूमिकाएँ जनरलिस्ट की होंगी, जबकि केवल 20% ही विशेषज्ञता वाली होंगी, जिनमें मुख्य रूप से कंसल्टिंग शामिल होगी।
उन्होंने समझाया कि AI की वजह से कोड लिखने, ग्राफिक डिजाइन करने, और यहां तक कि बिक्री और मार्केटिंग के आउटरीच जैसे कई काम स्वचालित हो गए हैं। उदाहरण के लिए, एंट्रोपिक के सीईओ का अनुमान है कि इस साल के अंत तक 90% कोड AI द्वारा लिखा जाएगा। AI एजेंट अब ग्राहकों को कॉल कर सकते हैं, लीड का मूल्यांकन कर सकते हैं, और यहाँ तक कि ईमेल पर इंसानों की तरह बातचीत भी कर सकते हैं, जिससे कंपनियों को कम कर्मचारियों के साथ बड़े पैमाने पर काम करने में मदद मिलती है।
AI स्किल्स सीखने का 5-स्तरीय रोडमैप
एक 20 वर्षीय युवा, जिसे AI का कोई अनुभव नहीं है, के लिए वैभव ने एक चरण-दर-चरण रोडमैप सुझाया है:
- स्तर 0: संभावनाओं की खोज (Explore Possibilities): विभिन्न AI उपकरणों (जैसे ChatGPT, Gemini, Claude) के साथ प्रयोग करें ताकि आप समझ सकें कि AI क्या कर सकता है। “There’s an AI for https://www.google.com/search?q=that.com” जैसी वेबसाइटें आपको विभिन्न कार्यों के लिए सही उपकरण खोजने में मदद कर सकती हैं।
- स्तर 1: AI कैसे काम करता है, समझें (Understand How AI Works): यह जानें कि बड़ा भाषा मॉडल (LLMs) कैसे काम करते हैं और वे आपको टेक्स्ट कैसे देते हैं।
- स्तर 2: प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में महारत (Master Prompt Engineering): AI के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करना सीखें। यह केवल “मेरे कुत्ते के बारे में एक कविता लिखो” से कहीं अधिक है। इसमें विशिष्ट और संरचित प्रॉम्प्ट देना शामिल है।
- स्तर 3: टेक्स्ट से आगे बढ़ें (Go Beyond Text): इमेज, वीडियो और ऑडियो कैसे काम करते हैं, यह जानने के लिए डिफ्यूजन मॉडल (जैसे Stable Diffusion) का अन्वेषण करें। इसका उद्देश्य AI का उपयोग करके विभिन्न मीडिया प्रकारों के साथ समस्याओं को हल करना है।
- स्तर 4: AI का उपयोग करके उत्पाद बनाना सीखें (Learn to Build Products with AI): इस स्तर पर आप AI का उपयोग करके उत्पाद बनाना शुरू कर सकते हैं, भले ही आपको कोडिंग का कोई अनुभव न हो। कर्सर (Cursor) और विंडसर्फ (Windsurf) जैसे उपकरण इसमें मदद कर सकते हैं। यह स्तर आपको अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और संभावित नियोक्ताओं के लिए “प्रूफ ऑफ वर्क” बनाने का अवसर देता है।
AI में चुनौतियाँ और अवसर
वैभव ने AI की वर्तमान सीमाओं पर भी प्रकाश डाला, जैसे कि संदर्भ विंडो (Context Window) की सीमा, यानी AI एक बार में कितनी जानकारी याद रख सकता है। हालांकि, उन्होंने मेटा के लामा फोर (Llama 4) जैसे नए विकासों का भी उल्लेख किया, जो इस सीमा को तेजी से बढ़ा रहे हैं, जिससे AI को जटिल कोडबेस को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
यह सब इस ओर इशारा करता है कि डिग्री और पारंपरिक योग्यताएँ अब उतनी महत्वपूर्ण नहीं होंगी, जितनी कि AI को समझने और उसका उपयोग करके वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की क्षमता। जो युवा AI-नेटिव बनकर उभरेंगे, उनके लिए असीमित अवसर होंगे।